अब आपकी जमीन पर कोई अवैध कब्जा नहीं कर सकता भूमि माफिया से छुटकारा |
सरकार ने इस 2024 बजट में जमीन भू आधार का एक नया नियम लागू किया है अब आपकी जमीन का भी आधार कार्ड बनेगा। जी हां मैं बात कर रहा हूं भू आधार कार्ड सरकार ने नया घोषणा की है । जिस तरह आधार कार्ड संख्या होती है इस तरह भू आधार कार्ड बनेगी जिसमें उसमें 14 डिजिटल की संख्या होगी।
इस योजना की शुरुआत 2008 में की गई थी जिसका नाम (Bhu-Aadhaar-ULPIN) उपन दिया गया था जो कि अब इसमें अपडेट आ चुका है इस नए बजट में तो यह एक आधार कार्ड की जैसा आपको पी 14 (यूनीक आईडेंटिटी) नंबर का पहचान जमीन की इसमें सारे भूमि से जुड़े सारी जानकारी उपलब्ध रहेंगे
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योजना का लाभ
यह भूमि आधार योजना का लाभ ग्रामीण और शहरी लोग उन सभी के लिए है यह अपनी भूमि की क्षेत्रफल की पहचान करने के लिए डिजिटल तौर पर भू आधार योजना का आरंभ हुआ था जिससे भूमि का मालिक अपने भूमि का सर सही दस्तावेज एक जगह एकत्रित हो जिस कारण भू आधार 14 (यूनीक आईडेंटिटी) अंक पहचान के तौर पर दिए।
इसभू आधार में जिनके भूमि है उनकी भी पहचान बनेगी भूमि के नाम पर इस पहचान संख्या के साथ भूमिका सर्वेक्षण, होगा मैपिंग ,मालिकाना हक और किसानों का पंजीकरण भी इस भूमि आधार में किया जाएगा जिससे किसानों को बहुत ही आसानी से लोन के तौर पर आर्थिक मदद मिल जाएगी।
भू माफिया से राहत
ऐसा बहुत बार होता है कि जो जमीन हमारी है जहां हम रहते नहीं हैं वह जमीन पर घूम एफियों द्वारा कब्जा कर लिया जाता है तथा इसे सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने बहुत ही आसान तरीका भू आधार कार्ड का निर्वाचन किया है इस कार्ड की मदद से भूमि का स्वामित्व कौन है यह सुनिश्चित किया जाएगा जिससे अवैध कब्जा किया हुआ जमीन पर सरकार द्वारा उसे माफिया या कब्जे किए हुए व्यक्ति पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।
भू आधार से बहुत फायदे हैं पहला फायदा यह है कि जो हमारे जमीन पर कब्जा कर लेते हैं अपना जमीन बता कर इससे वह पूरी तरह से खत्म हो जाएगा। यह सरकारी दस्तावेज होने से विवादों में कमी आएगी तथा जमीन की खरीद और बिक्री में सारे डाक्यूमेंट्स इस भू आधार में होने की वजह से कोई परेशानी नहीं होगी। इसमें बिक्री करता या खरीदने वालों को सटीक जानकारी मिलेगी।
दस्तावेज
यह काम कैसे करता है सर्वप्रथम जिस आदमी की की भूमि है सर्वप्रथम उसे जमीन की डिजिटल तौर पर मैपिंग किया जाता है जिससे उसकी जमीन की सीमाएं मापी जाती है और स्वामी का नाम जिसकी जमीन है अन्य महत्वपूर्ण जानकारी इसमें दी जाती है जिसके आधार पर 14 अंक (यूनीक आईडेंटिटी) का एक पहचान नंबर जनरेट किया जाता है
इसमें जमीन की क्षेत्रफल और किस प्रकार की जमीन है कृषि, आवासीय, वाणिज्य, आदि जमीन किस उपयोग के लिए है जमीन की सीमा क्या है मालिक का नाम, पता, नाम आधार कार्ड ,नंबर संपर्क नंबर, जमीन में लगने वाला कितना टैक्स ,जमीन के संबंधित कानूनी दस्तावेज और इस जमीन पर किसी का खानदानी बटवारा तो नहीं है यह सारी जानकारी मिलकर इसमें साफ तौर पर डिटेल दिया जाएगा जिस जमीन की वैल्यू बढ़ जाएगी।
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आवेदन कैसे करें
अब जानते हैं इसको आवेदन कैसे करें बहुत ही आसान तरीके में आपको बताऊंगा कुछ नियम का पालन करना है नीचे दिए गए स्टेप अनुसार अपना भू आधार कार्ड बनवा सकते हैं
1, वह भू आधार कार्ड बनाने के लिए आपके क्षेत्र के जो भी ग्राम पंचायत कार्यालय पंचायत समिति हैं वहां जाकर आप संपर्क कर सकते हैं
2, इसके लिए आपको वहां से मिलने वाले एक आवेदन पत्र भरना होगा जिसमें भूमि से संबंधित सारी डॉक्यूमेंट और सारी जानकारी उसमें आपको भरना होगा
3, आवेदन फॉर्म भरने के बाद आपकी भूमि की जो डॉक्यूमेंट से पंचायत द्वारा भौतिक जांच की जाएगी यह जांच सुनिश्चित करने के बाद कि आवेदक का जानकारी सत्य है कि नहीं जांच के बाद पंचायत द्वारा आपका भू आधार कार्ड जारी कर दिया जाएगा
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