टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल: टीबी मरीजों को मिल रही है मुफ्त दवा और जांच /टीबी मरीजों के लिए उम्मीद की नई किरण

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल

नि:क्षय पोर्टल क्या है

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल (NIKSHAY) भारत सरकार द्वारा विकसित एक डिजिटल पोर्टल है, जो देश में तपेदिक (टीबी) रोग के उन्मूलन के उद्देश्य से कार्य कर रहा है। यह एकीकृत स्वास्थ्य समाधान प्रदान करने के लिए एक मंच है, जहां टीबी के मरीजों का पंजीकरण, उपचार, ट्रैकिंग, और स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी की जाती है। नि:क्षय पोर्टल की शुरुआत 2012 में राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम (Revised National Tuberculosis Control Programme – RNTCP) के अंतर्गत की गई थी।

इस पोर्टल के माध्यम से टीबी रोगियों की बेहतर देखभाल और नियंत्रण के साथ-साथ उनकी आर्थिक सहायता के लिए सरकार द्वारा प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती है। सरकार का लक्ष्य 2025 तक देश से टीबी को पूर्णतः समाप्त करना है।

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल भारत सरकार की एक सराहनीय पहल है, जो टीबी उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह पोर्टल न केवल टीबी रोगियों को इलाज और आर्थिक सहायता प्रदान करता है, बल्कि सरकार और स्वास्थ्य अधिकारियों को टीबी से संबंधित आंकड़े और जानकारी भी उपलब्ध कराता है। टीबी उन्मूलन के लिए नि:क्षय पोर्टल का सही उपयोग और लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाने से 2025 तक टीबी मुक्त भारत का सपना साकार हो सकता है।

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल
टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल का उद्देश्य

नि:क्षय पोर्टल का मुख्य उद्देश्य टीबी रोगियों का समग्र उपचार और उनकी स्वास्थ्य देखभाल को आसान और संगठित बनाना है। इसके तहत, निम्नलिखित उद्देश्यों पर कार्य किया जाता है:

टीबी रोगियों की पहचान और पंजीकरण: यह पोर्टल भारत में सभी टीबी रोगियों को पंजीकृत करने और उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस के रूप में कार्य करता है।

उपचार की निगरानी: नि:क्षय पोर्टल टीबी रोगियों के उपचार की प्रगति को ट्रैक करता है, जिससे उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर लगातार नजर रखी जा सके।

सरकारी योजनाओं का लाभ: टीबी रोगियों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिसमें विशेष रूप से ‘नि:क्षय पोषण योजना’ के तहत पोषण सहायता की राशि दी जाती है।

स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता: नि:क्षय पोर्टल के माध्यम से मरीजों को मुफ्त जांच, इलाज, और दवाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। इसके साथ ही, यह सुनिश्चित किया जाता है कि मरीजों को सही समय पर इलाज मिले।

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल के लाभ

नि:क्षय पोर्टल के कई प्रमुख लाभ हैं, जो इसे टीबी रोगियों और स्वास्थ्यकर्मियों दोनों के लिए अत्यंत उपयोगी बनाते हैं:

टीबी रोगियों का पंजीकरण: नि:क्षय पोर्टल पर सभी टीबी रोगियों का ऑनलाइन पंजीकरण होता है, जिससे उनके उपचार का रिकॉर्ड रखा जा सके।

नि:क्षय पोषण योजना के तहत आर्थिक सहायता: प्रत्येक टीबी मरीज को इलाज के दौरान 500 रुपये प्रति माह पोषण सहायता दी जाती है। यह राशि सीधे मरीज के बैंक खाते में जमा की जाती है।

उपचार की निरंतर निगरानी: पोर्टल के माध्यम से मरीज की स्थिति की निगरानी की जाती है और उन्हें उचित चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं।

मुफ्त दवाएं और इलाज: नि:क्षय पोर्टल टीबी के मरीजों को मुफ्त दवाएं, जांच और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है।

सरल आवेदन प्रक्रिया: टीबी रोगियों को नि:क्षय पोर्टल के तहत योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए सरल और सुव्यवस्थित आवेदन प्रक्रिया प्रदान की जाती है।

सामुदायिक सहयोग: टीबी मरीजों की पहचान और उनके इलाज की प्रक्रिया में स्वास्थ्यकर्मी और स्थानीय समुदाय के सदस्यों को जोड़ा जाता है ताकि मरीजों को सही समय पर सही इलाज मिल सके।

 टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल पात्रता

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल और इसके अंतर्गत आने वाली योजनाओं के लिए पात्रता निम्न प्रकार से निर्धारित की गई है:

टीबी मरीज: नि:क्षय पोर्टल के सभी लाभ और योजनाओं का लाभ केवल तपेदिक (टीबी) से पीड़ित मरीजों को ही दिया जाता है।

भारतीय नागरिक: यह योजना केवल भारतीय नागरिकों के लिए ही उपलब्ध है।

नि:क्षय पोषण योजना: इस योजना के तहत टीबी मरीजों को इलाज के दौरान 500 रुपये प्रति माह पोषण सहायता दी जाती है। इसके लिए मरीज का सरकारी या नि:क्षय पोर्टल पर पंजीकरण होना आवश्यक है।

बैंक खाता: योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए मरीज के पास वैध बैंक खाता होना अनिवार्य है, ताकि पोषण सहायता की राशि सीधे बैंक खाते में जमा की जा सके।

आवेदन प्रक्रिया

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल का उपयोग करने और इसके लाभ प्राप्त करने के लिए सरल और ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया का पालन किया जाता है। नीचे दी गई प्रक्रिया का अनुसरण करके कोई भी पात्र व्यक्ति नि:क्षय पोर्टल पर आवेदन कर सकता है:

नि:क्षय पोर्टल पर पंजीकरण: सबसे पहले मरीज को नि:क्षय पोर्टल पर जाकर खुद को पंजीकृत करना होता है। यह पंजीकरण प्रक्रिया स्वास्थ्यकर्मी द्वारा भी की जा सकती है।

पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज

  1. आधार कार्ड या कोई अन्य पहचान पत्र
  2. बैंक खाता विवरण
  3. टीबी निदान प्रमाणपत्र

नि:क्षय पोषण योजना के लिए आवेदन: पंजीकरण के बाद, मरीज नि:क्षय पोषण योजना के तहत आर्थिक सहायता के लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए मरीज का बैंक खाता और टीबी निदान प्रमाणपत्र अनिवार्य होता है।

ऑनलाइन ट्रैकिंग: मरीज अपनी आवेदन की स्थिति और सहायता राशि की जानकारी नि:क्षय पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन देख सकते हैं।

नि:क्षय पोर्टल के अन्य उपयोग

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल केवल टीबी रोगियों के लिए ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्यकर्मियों और नीति-निर्माताओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपकरण है। इसके विभिन्न उपयोग इस प्रकार हैं:

स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा निगरानी: पोर्टल पर पंजीकृत मरीजों की स्थिति की नियमित निगरानी की जाती है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे सही तरीके से इलाज ले रहे हैं और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।

सरकारी योजनाओं की जानकारी: इस पोर्टल के माध्यम से टीबी रोगियों और उनके परिवारों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाती है, ताकि वे उसका लाभ उठा सकें।

नीति-निर्माण: टीबी के उन्मूलन के लिए डेटा-संचालित नीति निर्माण में पोर्टल द्वारा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाती है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग इस पोर्टल के माध्यम से टीबी की स्थिति और प्रगति का विश्लेषण कर सकते हैं।

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 नि:क्षय टूल्स और तकनीकी संसाधन

टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल में कई प्रकार के तकनीकी संसाधन उपलब्ध हैं, जो टीबी उन्मूलन की दिशा में काम करते हैं। इनमें प्रमुख हैं:

नि:क्षय ऐप: यह मोबाइल एप्लिकेशन स्वास्थ्यकर्मियों और टीबी मरीजों के लिए बनाया गया है, जिसके माध्यम से वे अपने इलाज और योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

नि:क्षय पोर्टल का डैशबोर्ड: स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए विशेष डैशबोर्ड उपलब्ध है, जहां वे टीबी के फैलाव, उपचार, और उन्मूलन की प्रगति को देख सकते हैं।

नि:क्षय पोर्टल के चैलेंजेस और भविष्य की संभावनाएं

हालांकि नि:क्षय पोर्टल टीबी उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, इसके समक्ष कई चुनौतियाँ भी हैं, जैसे:

ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच: इंटरनेट और तकनीकी संसाधनों की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों तक इस पोर्टल की पहुंच सीमित हो सकती है।

सामाजिक जागरूकता: टीबी के प्रति समाज में जागरूकता की कमी है, जिससे कई मरीज इलाज कराने से कतराते हैं।

डाटा गोपनीयता: पोर्टल पर दर्ज मरीजों के डाटा की सुरक्षा और गोपनीयता एक प्रमुख चिंता का विषय है।

भविष्य की संभावनाएं: टीवी मुक्त इलाज नि:क्षय पोर्टल का निरंतर विकास और इसके प्रति लोगों की जागरूकता को बढ़ाने से टीबी के उन्मूलन में तेजी लाई जा सकती है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में इसके विस्तार और नई तकनीकों के समावेश से पोर्टल को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।

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